‘हमर गरुआ हमर गौठान‘ श्वेत क्रांति बर मिलिस वरदान‘

बोलबोला गौठान में दुग्ध उत्पादन से जुड़े महिला समूह की सदस्यों ने मावा से बनी बर्फी से मुख्यमंत्री का मुंह मीठा कराया

‘हमर गरुआ हमर गौठान‘ श्वेत क्रांति बर मिलिस वरदान‘

‘हमर गरुआ हमर गौठान‘ श्वेत क्रांति बर मिलिस वरदान‘

‘हमर गरुआ हमर गौठान‘ श्वेत क्रांति बर मिलिस वरदान‘

केशकाल विकासखंड ग्राम बेड़मा में आयोजित डड़सेना कलार समाज के कार्यक्रम में  बोलबोला गौठान के दुग्ध उत्पादन से जुड़ी महिला सदस्यों ने बर्फी से मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का मुंह मीठा कराया। मुख्यमंत्री ने बर्फी के स्वाद की सराहना की।  मुख्यमंत्री ने अपने साथ उपस्थित जनप्रतिनिधियों को भी बर्फी  खिलवाई। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजीगांव योजना अंतर्गत स्थापित गौठान अब ग्रामीण आजीविका के केन्द्र बन रहे है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त बोलबोला गौठान का मॉडल प्रदर्शित किया गया है जिसकी प्रशंसा भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा की गयी है। मिशन रूर्बन अंतर्गत पशुधन विकास विभाग, आदिवासी परियोजना, मनरेगा, डी.एम.एफ. एवं  कृषि विज्ञान केन्द्र की योजनाओं के अभिसरण से स्थापित सामुदायिक डेयरी इकाई ‘मावा बोलबोला कोण्डानार डेयरी‘ श्वेत क्रांति का प्रतीक बन चुकी है।

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