संबलपुर को नगर पंचायत का दर्जा
लोधी समाज के सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपये की घोषणा
वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी बलिदान दिवस समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री

भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपये की घोषणा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बेमेतरा जिले के विकासखण्ड नवागढ़ के ग्राम संबलपुर मे आयोजित वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी बलिदान दिवस समारोह में वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी के नाम से छत्तीसगढ़ राज्य में महिला सशक्तिकरण पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की। यह पुरस्कार राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 01 नवम्बर को प्रदान किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सम्बलपुर को नगर पंचायत का दर्जा देने की घोषणा करने के साथ ही सम्बलपुर में लोधी समाज के सामुदायिक भवन के लिए 50 लाख रुपये दिए जाने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम गोढ़ीकला एवं खेड़ा में लोधी समाज के सामुदायिक भवन की भी घोषणा की। संबलपुर के शासकीय हाई स्कूल मैदान मे आयोजित समारोह में क्षेत्रीय विधायक एवं संसदीय सचिव श्री गुरुदयाल सिंह बंजारे, सुश्री साधना भारती, अंत्याव्यवसायी सहकारी वित्त विकास निगम की उपाध्यक्ष सुश्री नीता लोधी, लोधी समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलेश्वर वर्मा, जिला कमेटी के अध्यक्ष श्री बंशी पटेल सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपये की घोषणा
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम सन् 1857 की लड़ाई में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, मंगल पाण्डे का नाम प्रथम पंक्ति में आता है। सन 1857 वीरांगना अवंती बाई लोधी ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। सम्बलपुर में यह सभा वीरांगना रानी अवंती बाई अदम्य साहस और बलिदान को याद करने और उन्हें नमन करने के लिए आयोजित की गई है। रानी अवंती बाई लोधी महारानी लक्ष्मी बाई रानी दुर्गावती जैसी अनेक वीरांगनाएं स्त्रियों की शक्ति, साहस और क्षमता के प्रतीक है। महिलाएं जब भी अपने अधिकारों को पाने की जिद के साथ आगे बढ़ी है, तब-तब उन्होंने इतिहास रचा है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के वीर सपूत शहीद वीरनारायण सिंह, गैंद सिंह नायक, गुण्डाधूर ने अंग्रेजों से लोहा लिया था। 17-18वीं शताब्दी में महिलाओं को घर से बाहर निकलना, युद्ध में भाग लेना साधारण बात नहीं थी। रानी अवंती बाई ने स्वाधीनता आंदोलन के दौरान देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी। ऐसे वीरांगना को हम शत-शत नमन करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की चौथी किश्त की राशि गुरुवार 31 मार्च को किसानों के बैंक खाते में अंतरित कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले खरीफ सीजन में 2540 रु. प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जायेगी। राज्य सरकार कोदो-कुटकी को 3 हजार रु. प्रति क्विंटल एवं रागी को 3377 रु. प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य पर खरीद रही है। 64 प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी भी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। पशुओं की संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गांव-गांव में गौठान बनाये जा रहे हैं। गौ-मूत्र को खरीदने की व्यवस्था भी सरकार करने जा रही है। मुख्यमंत्री ने भूमि की उर्वराशक्ति को बनाये रखने के लिए रसायनिक खाद के बदले वर्मी कम्पोस्ट खाद को अपनाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गांव के गौठान को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की परिकल्पना के अनुरुप रुरल इंडस्ट्रियल पार्क के रुप में विकसित किया जा रहा है। राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की शुरुआत कर सालाना 6 हजार रुपये सहायता राशि दी जा रही है। अब नये बजट में सालाना 7 हजार रुपये करने की घोषणा की गई है। समारोह में मुख्यमंत्री का गजमाला से स्वागत किया गया। पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा पर शिक्षक संघ नवागढ़-नांदघाट ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।