भक्तिन माता राजिम के आदर्श सबो समाज बर अनुकरणीय हावय : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
मुख्यमंत्री ह भक्तिन माता राजिम के भव्य कांस्य प्रतिमा निर्माण के खातिर 5 करोड़ रूपिया के घोसना करिस
राजिम शैव अउ वैष्णव परंपरा के संगम हावय। राजिम के इही पवित्र ठऊर म ही भगवान ह कुलेशवर महादेव के स्थापना करके उंकर पूजा-पाठ करिन। सोंदूर, पैरी अउ महानदी के त्रिवेणी संगम के संगम के सेती ये क्षेत्र पूरा देश म प्रसिद्ध हावय। राजिम सहर छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के नाव ले प्रसिद्ध हे। इहां ले होके जवइया महानदी ल पापामोचिनी गंगा केहे जाथे। राजिम के नामकरण राजिम भक्तिन माता के नाव म करे गेहे। ए बात मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ह आज राजिम म साहू समाज डहार ले राखे गे भक्तिन माता राजिम जयंती के मउका म राखे गे कारीकरम ल संबोधित करत किहीन
मुख्यमंत्री साय ह किहिन के ये हम सबो के खातिर गर्व के बात हावय के आज हम वो धरती म इकट्ठा होए हावन, जिहां भगवान श्रीराम ह मां सीता के संग अपन चरण रखे रिहिस। मां सीता ह इहां के महादेव के पूजा करके रेत ले कुलेशवर महादेव के स्थापना करिन। ओमन किहीन कि राजिम भक्तिन माता ह जउन बलिदान अउ तपस्या करे हे, ओखर सुरता ल साहू समाज ह संजोथे।