गोधन न्याय योजना के लिए दी बधाई, कहा छत्तीसगढ़ यह योजना शुरू करने वाला देश का पहला राज्य

’कृषि और संबंद्ध क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ में हो रहे काम अनुकरणीय, छत्तीसगढ़ देश में सबसे अच्छे शिक्षक-छात्र अनुपात वाले राज्यों में’

‘इज ऑफ डुइंग बिजनेस’ में देश में छटवें और एक्पोर्ट प्रिपेयर्डनेस इंडेक्स में चौथे स्थान पर’

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने एथेनॉल उत्पादन की अनुमति, जीएसटी क्षतिपूर्ति को अगले 10 वर्षों तक जारी रखने, रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय कार्गो सेवा शुरू करने और रासायनिक उर्वरकों की तरह वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन पर सब्सिडी के लिए नीति आयोग की टीम से किया आग्रह

मुख्यमंत्री ने नीति आयोग की टीम के साथ छत्तीसगढ़ से जुड़े विषयों पर की चर्चा, वीडियो कॉन्फ्रेंस से भारत सरकार के 10 मंत्रालयों के सचिव भी बैठक में शामिल हुए

यह योजना शुरू करने वाला देश का पहला राज्य

नीति आयोग की टीम ने छत्तीसगढ़ में हो रहे अभिनव कार्यों की सराहना की है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, राज्य योजना आयोग, मुख्य सचिव और राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से प्रदेश से जुड़े विषयों पर चर्चा के लिए रायपुर पहुंची नीति आयोग की टीम ने आज मुख्यमंत्री के निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार की विभिन्न योजनाओं की तारीफ की। इस बैठक में नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े भारत सरकार के दस मंत्रालयों के सचिव भी शामिल हुए।

छत्तीसगढ़ आए नीति आयोग की टीम में आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल, आयोग के वरिष्ठ सलाहकार, विषय विशेषज्ञ एवं अधिकारी शामिल हैं। योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्री श्री अमरजीत भगत, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह और मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन भी बैठक में शामिल हुए। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने बैठक में राज्य शासन द्वारा उठाए गए मुद्दों को भारत सरकार के संबंधित मंत्रालयों के साथ चर्चा कर आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ बैठक में नीति आयोग की टीम ने गोधन न्याय योजना के लिए राज्य सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ इस तरह की योजना शुरू करने वाला देश का पहला राज्य है। किसानों, पशुपालकों और ग्रामीणों के साथ ही यह स्वसहायता समूहों को भी सशक्त कर रहा है। नीति आयोग की वरिष्ठ कृषि सलाहकार डॉ. नीलम पटेल ने कहा कि कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में राज्य में कई अनुकरणीय काम हो रहे हैं। इस मामले में यहां से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2018-19 की तुलना में 2019-20 में सरसो के उत्पादन में 22 प्रतिशत और सोयाबीन के उत्पादन में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कृषि के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ अच्छी तरक्की कर रहा है। डॉ. पटेल ने कहा कि मछलीपालन में भी यहां उल्लेखनीय काम हो रहा है। प्रदेश में मछली बीज की आपूर्ति के साथ ही देश के पांच अन्य राज्यों में भी इसे भेजा जा रहा है। मछली बीज उत्पादन में छत्तीसगढ़ दूसरे राज्यों की भी मदद और मार्गदर्शन कर सकता है।