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आजादी की लड़ाई में जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान: मुख्यमंत्री साय

आदिवासी गोंड़ समाज मांवली महासभा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक भवन लोकार्पण एवं रानी दुर्गावती बलिदान दिवस समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

साफा पहनाकर किया गया स्वागत, घर की चाबी  भेंटकर हितग्राही किए गए लाभांवित

भाटापारा में आदिवासी समाज के सामाजिक भवन के आहता निर्माण हेतु 22 लाख रूपये, सीसी रोड के लिए 25 लाख रूपये देने की घोषणा

गुर्रा से जोगीद्वीप मेला स्थल तक सड़क निर्माण हेतु 1.30 करोड़ रूपये की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय आज भाटापारा नगर के कृषि उपज मंडी परिसर में आदिवासी गोंड़ समाज माँ मांवली महासभा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक भवन लोकार्पण एवं रानी दुर्गावती बलिदान दिवस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान समाज के पदाधिकारियों ने साफा पहनाकर उनका स्वागत किया।

साय ने सम्मेलन में आदिवासी समाज के सामाजिक भवन के आहता निर्माण हेतु 22 लाख रूपये, वहां तक सीसी रोड के लिए 25 लाख रूपये की घोषणा की है। साथ ही गुर्रा से जोगीद्वीप मेला स्थल तक सड़क निर्माण हेतु 1 करोड़ 30 लाख रूपये की घोषणा की। उन्होंने इसके अतिरिक्त तरेंगा से दौरेंगा तक सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। मुख्यमंत्री ने मुख्य मंच से प्रधानमंत्री आवास योजना के 5 हितग्राहियों को घर की चाबी, 3 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, 4 हितग्राहियों को जाति प्रमाण पत्र  एवं समाज के मेधावी छात्र छात्राओं का सम्मान किया। इस दौरान रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक बिल्हा श्री धरम लाल कौशिक, पूर्व विधायक श्री शिवरतन शर्मा, सुश्री पिंकी ध्रुव, श्री लच्छूराम कश्यप, समाज प्रमुख श्री बंशीलाल नेताम, कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने जनजातीय गौरव की भावना को सुदृढ़ बनाने के लिए हर साल 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत की। इसके साथ ही रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक जबलपुर में तैयार कराया गया है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से हैं। उनका इस सर्वाेच्च पद में आसीन होना जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने