छत्तीसगढ़ में शासकीय नौकरियों में भर्ती का सिलसिला तेजी से शुरू: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
नई भर्तियों के लिए विज्ञापन और चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति आदेश लगातार किए जा रहे हैं जारी
लम्बे इंतजार के बाद नियुक्ति आदेश जारी होने से उत्साहित जूनियर इंजीनियरों और डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार
जल संसाधन विभाग में 352 उप अभियंता तथा ऊर्जा विभाग में 307 जूनियर इंजीनियरों की नियुक्ति
मुख्यमंत्र भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य शासन का यह प्रयास है कि विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर तेजी से भर्तियां हों। युवाओं को शासकीय सेवा में काम करने का अवसर मिले। कोर्ट के आदेश के बाद छत्तीसगढ़ में शासकीय नौकरियों में भर्ती का सिलसिला तेजी से शुरू हो गया है। विभिन्न विभागों द्वारा नई भर्ती के लिए लगातार विज्ञापन जारी किए जा रहे हैं, इसी प्रकार जहां चयन प्रक्रिया पूरी हो गई, वहां नियुक्ति आदेश जारी किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय परिसर में आयोजित आभार कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। लम्बे इंतजार के बाद नियुक्ति आदेश जारी होने से उत्साहित जल संसाधन विभाग के चयनित उप अभियंताओं और ऊर्जा विभाग में नवनियुक्ति जूनियर इंजीनियरों एवं डाटा एंट्री ऑपरेटरों द्वारा मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रति आभार प्रकट करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुसार ऊर्जा विभाग और जल संसाधन विभाग द्वारा चयनित उप अभियंताओं के नियुक्ति आदेश तत्काल जारी किए गए। ऊर्जा विभाग के डाटा एंट्री ऑपरेटरों के डाक्यूमेंट का सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही उनके नियुक्ति आदेश विभाग द्वारा किए जाएंगे।
इस अवसर पर पूर्व सांसद श्री नंद कुमार साय, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, ऊर्जा विभाग के सचिव अंकित आनंद, जल संसाधन विभाग के सचिव अनबलगन पी. भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में चयनित सभी इंजीनियरों और डाटा एंट्री ऑपरेटरों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवा में आने का आपका और आपके परिवार का सपना पूरा हुआ है। अब हम सबको मिलकर छत्तीसगढ़ की जनता के सपनों को साकार करना है। आप पर बड़ी जिम्मेदारी है। प्रदेश के ऊर्जा परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षाें में बिजली की डिमांड 4100 मेगा वॉट से बढ़कर 5300 मेगा वॉट हो गई है। खेती-किसानी, उद्योग, घरेलू क्षेत्र में बिजली की खपत बढ़ रही है। ऐसे में ऊर्जा विभाग के नये चयनित जूनियर इंजीनियरों पर गुणवत्तापूर्ण बिजली की लगातार आपूर्ति बनाए रखने, गुणवत्ता के साथ बिजली अधोसंरचना के विस्तार की जिम्मेदारी है।