दंतेवाड़ा के आदिवासी बच्चे बनेंगे डॉक्टर
दूरस्थ वनांचल में सरकार की पहल पर उच्च शिक्षा हेतु विशेष प्रबंध
कलेक्टर ने बढ़ाया बच्चो का उत्साह
प्रदेश के दूरस्थ वनांचल स्थित दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा) जिले के आदिवासी बच्चों का डॉक्टर बनने का सपना साकार हो रहा है। इस बार नीट परीक्षा वर्ष 2021 में जिले से 7 बच्चों का चयन मेडिकल कॉलेज में हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा उच्च शिक्षा हेतु विशेष प्रबंध किए गए हैं। इसी के तहत संचालित विशेष कोचिंग संस्था अंतर्गत इन बच्चों ने साल भर कोचिंग प्राप्त करके सफलता का परचम लहराया। जिसमें पीयूषा वेक, नीट स्कोर 481 पं. जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज रायपुर, रमशीला वेक, नीट स्कोर 419, पं.जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज रायपुर, पदमा मडे़, नीट स्कोर 415 छतीसगढ़ इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस बिलासपुर, इंदू, नीट स्कोर 403, छतीसगढ़ इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस बिलासपुर, आरती नेताम, नीट स्कोर 384, बलिराम कश्यप मेमोरियल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज जगदलपुर, पिन्टु राम, नीट स्कोर 362, राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर एवं सलवम पाले नीट स्कोर 311 का गवर्नमेंट डेन्टल कॉलेज रायपुर में चयन हुआ है। कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने सभी बच्चों को अपने हाथों से मिठाई खिलाकर बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने बच्चों को इसी तरीके से भविष्य में भी जिले, राज्य और देश का नाम रोशन करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।