छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक
पारम्परिक खेलों के प्रति लोगों में बढ़ा रुझान, बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाएं ले रही बढ़ चढ़कर हिस्सा
कलेक्टर नरेंद्र कुमार दुग्गा के मार्गदर्शन में जिले में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। खेल अधिकारी श्री गोपाल सिंह ने बताया कि बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक और महिलाएँ बड़ी संख्या में पारंपरिक खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में ज़ोन स्तर पर खेल प्रतियोगिता आयोजित किए जा रहे हैं। उत्कृष्ट खिलाड़ियों का चयन विकासखंड स्तरीय खेल प्रतियोगिता के लिए किया जा रहा है।
स्वामी आत्मानंद इंगलिश मीडियम स्कूल मनेंद्रगढ़ के स्टेडियम में आयोजित खेलों में हिस्सा लेने पहुंचे प्रतिभागियों ने कहा कि छतीसगढिया ओलम्पिक की शुरुआत होने से हमारे राज्य के पारम्परिक खेलों को नई पहचान मिली है। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने तथा उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक 2023-24 का आयोजन किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं। इन पारंपरिक खेलों में भाग लेकर सभी वर्ग के प्रतिभागी अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं।