शासकीय आयोजनों में दिये जाये हस्तशिल्प निर्मित पुरस्कार – चंदन कश्यप
हस्तशिल्प विकास बोर्ड अध्यक्ष शामिल हुए ‘झिटकु मिटकी आर्टिशियन प्रोड्यूसर कम्पनी’ की बैठक में
हस्तशिल्प बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक नारायणपुर चंदन कश्यप कोण्डागांव स्थित शिल्प नगरी में नवनिर्मित ‘झिटकु-मिटकी आर्टिशियन प्रोड्यूसर कम्पनी’ की बैठक में शामिल हुए। इस अवसर पर श्री चंदन कश्यप ने कहा कि कोण्डागांव सहित पूरे बस्तर संभाग में हस्तशिल्प प्रतिभाओं का भण्डार है, उसे बेहतर ढंग से उपयोग करने के लिए हम सभी को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है और सभी शासकीय आयोजनों में पुरस्कार स्वरूप हस्तशिल्प निर्मित सामग्री दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में शिल्पकारों के विकास और उनके उन्नयन हेतु एक करोड़ रूपये की अनुदान राशि प्रदान किया गया था, जिसका उपयोग शिल्पकारों की कम्पनी के माध्यम से शिल्पियों के उत्थान के लिए किया जायेगा। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। जिससे निर्मित हस्तशिल्प सामग्रियों की मार्केटिंग, डिजायनिंग के साथ फिनिशिंग पर विशेष बल देकर निर्मित उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराया जा सके।
बैठक के दौरान कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि झिटकु-मिटकी आर्टिशियन प्रोड्यूसर कम्पनी राज्य की एक मात्र शिल्पकारों की कम्पनी है जो यहां के शिल्पकारों को अपने उत्पाद विक्रय एवं उनकी डिजायनिंग से लेकर मार्केटिंग तक सहयोग करेगी। इसके शेयर धारक शिल्पकार ही होंगे और होने वाला मुनाफा भी डिविडेंड के रूप में शिल्पकारों को प्रदान किया जायेगा। यह कंपनी सभी शिल्पकारों को बड़ी-बड़ी होम डेकोरेटिव कम्पनियों के साथ जोड़कर उनकी मांग के अनुरूप उत्पादन एवं उनसे एमओयू की सुविधा भी उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि कम्पनी के माध्यम से डिजायनिंग, फिनिशिंग, प्रशिक्षण से लेकर मार्केटिंग के लिए सलाहकारों की नियुक्ति की जायेगी। जिससे यहां के उत्पादों को देश-विदेश में पहंुचा कर शिल्पकारों को उनकी मेहनत का वाजिब दाम दिलाया जायेगा। इसके लिए सभी शिल्पकार एकजुट होकर इस कम्पनी को देश की सर्वश्रेष्ठ शिल्पकार कम्पनी बनाएं। यहां के शिल्पकारों को ही इस कम्पनी में बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर तथा सदस्य के रूप में नियुक्ति की जाएगी। जिसका चुनाव प्रतिवर्ष होगा साथ ही शिल्पकारों को कच्चे माल की उपलब्धता के लिए वाहन सुविधा भी दी जायेगी। ईंधन की व्यवस्था शिल्पकारों को करनी होगी।
बैठक में शिल्पकारों ने अपने-अपने विचारों और कार्य के दौरान होने वाली समस्याओं से अवगत कराया। सभी शिल्पकारों ने कम्पनी में एक हजार रूपये का निवेश कर शेयर धारक बनने पर हर्ष व्यक्त किया। इस अवसर पर लौह शिल्प बोर्ड अध्यक्ष लोचन विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष विष्णु विश्वकर्मा सहित राज्य एवं जिले के कई राष्ट्रीय स्तर के विख्यात शिल्पकार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय शिल्पकार उपस्थित थे।