खेलबो जीतबो गढ़बो नवा छत्तीसगढ़
खेल अकादमियों के निर्माण से खिलाड़ियों को मिलेगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं की उपलब्धता से खिलाड़ियों को मिलेगा लाभ
रविन्द्र चौधरी, सहायक सूचना अधिकारी
छत्तीसगढ़ में खेलों के लिए एक बेहतर महौल तैयार होने लगा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल की पहल से प्रदेश में अलग-अलग खेलों के विकास के लिए विश्वस्तरीय अधोसंरचना का निर्माण कार्य जारी है। खिलाड़ियों को पर्याप्त सुविधा मुहैया कराने सरकार ठोस कदम उठा रही है। खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने की दिशा में छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण के अधीनस्थ खेल अकादमियों का गठन किया गया है। सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि भी दे रही हैं। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए युवा उत्सव के दौरान प्रदेश की राजधानी सहित जिलों में भौंरा, गेंड़ी दौड़ और फुगड़ी जैसे पारंपरिक खेल अयोजित हुए हैं।
प्रदेश में रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव और जशपुर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हॉकी स्टेडियम बन कर तैयार हैं। अकादमी संचालन के लिए सीएसआर मद से उद्योग एक खेल एवं स्टेडियम का चयन कर खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, खेल सामग्री की उपलब्धता, स्टेडियम के रख-रखाव, कोच नियुक्ति, खाद्य एवं आवासीय प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मुख्यमंत्री श्री बघेल की पहल पर गठित खेल विकास प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य खेल के क्षेत्र में नीतिगत निर्णय, सृजित संपत्तियों का संधारण व संरक्षण के साथ ही खेल अधो-संरचनाओं के उपयोग एवं विकास, खिलाड़ियों को खेल संसाधनों की उपलब्धता आदि का क्रियान्यवन कियाजाएगा।
छत्तीसगढ़ खेल अकादमी
राज्य के खिलाड़ियों को बेहतर वैज्ञानिक तरीकों से आधुनिक खेल प्रशिक्षण देकर उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने के उद्देश्य से खेल अकादमियों का निर्माण किया जा रहा है। इन अकादमियों में अंतराष्ट्रीय स्तर की अधोसंरचना, मानक खेल सामग्री के साथ बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। इसी कड़ी में बिलासपुर के बहतराई में स्वर्गीय बी.आर. यादव के नाम से संचालित खेल अकादमी में एथलेटिक्स, आर्चरी एवं हॉकी के लिए आवासीय प्रशिक्षण और रायपुर में सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम परिसर में स्वर्गीय कोदुराम वर्मा धनुर्विधा आवासीय अकादमी की स्थापना की गई है। दोनों आवासीय अकादमी में खिलाड़ियों को निःशुल्क भोजन, खेल प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति एवं बीमा के साथ-साथ शिक्षा की भी व्यवस्था की जाएगी। इन अकदमियांे के लिए खिलाड़ियों के साथ अन्य कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। इसी तरह रायपुर के स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में गैर आवासीय बालिका फुटबाल अकादमी एवं गैर अवासीय बालक-बालिका एथलेटिक अकादमी संचालित है। इसी तरह रायपुर में ही गैर आवासीय हॉकी एवं तीरंदाजी अकादमी का संचालन किया जा रहा है। बिलासपुर के ग्राम शिवतराई में गैर आवासीय तीरंदाजी प्रशिक्षण उपकेन्द्र संचालित है। जगदलपुर में शहीद गुण्डाधुर राज्यस्तरीय तीरंदाजी अकादमी की स्थापना की तैयारी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस बार के बजट में नारायणपुर जिले मंे मल्लख्ंाभ अकादमी की स्थापना की घोषणा की है। इसके लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट