मंदिर समिति की मांग पूरा होने पर समिति के सदस्यों ने प्रति अभार व्यक्त किया
महामाया मंदिर पहूंचकर विधिवत पूजा-अर्चना की एवं मंदिर परिसर के निर्माण कार्यो की भूमिपूजन किया
प्रदेश के वन,परिवहन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री व कवर्धा विधायक श मोहम्मद अकबर ने शनिवार कवर्धा के ऐतिहासिक एवं जनआस्था के केंन्द्र महामाया मंदिर में पहुंचकर वहां उन्होने विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होने माहामाया मां से आशीर्वाद भी लिया। श्री अकबर ने मंदिर परिसर में सीढ़ी एवं अन्य निर्माण कार्य के लिए विधिवत भूमिपूजन भी किया। उन्होंने मंदिर का निरीक्षण भी किया। मंदिर समिति की मांग पर श्री अकबर ने मंदिर परिसर से लगे अन्य भूमि को भी महामाया मंदिर समिति को देने के लिए सैद्धांतिक सहमति दी। मंदिर समिति की मांग पूरा होने पर समिति के सदस्यों ने श्री अकबर को प्रति अभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर ने कवर्धा विधायक निर्वाचित होने के बाद पहली कवर्धा आगमन पर भी उन्होने समिति समिति की मांग को तत्काल सहमति देते हुए मंदिर परिसर के लिए आवश्यकता के अनुसार शासकीय भूमि प्रदान करने में पूरा सहयोग किया था। श्री अकबर के प्रयासों से ऐतिहासिक मंदिर महामाया मंदिर परिसर के सामने भी सौदर्यीकरण कार्य किया गया है। श्री अकबर ने यहां मंदिर के समिति के सदस्यों एवं पदाधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि मंदिर विकास के लिए जो भी मांगे उनके संज्ञान में लाया जाएगा उन्हे वह पूरा करने का पूरा प्रयास भी करेगे। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री पुष्पा होरी साहू, श्री नीलकंठ चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि कुमार शर्मा, श्री अशोक सिंह सहित महामाया मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री बद्री प्रसाद जयसवाल, कोषाध्यक्ष डॉ अतुल देव वर्मा, उपाध्य श्री बिसनू यादव, सचिव श्री लोमश पांडेय, कार्यकारी अध्यक्ष श्री पप्पू धुर्वे, सरंक्षक श्री अक्कू यादव, श्री तामन निर्मलकर, सदस्य श्री रामकुमार सिन्हा, नारायपण धुर्वे, संतोष सिन्हा, शंकर पांडेय, भगवत धुर्वे, विश्वनाथ सिन्हा, लालाजी गंधर्व, दिलेश्वर जायसवाल, राज कुमार सिंन्हा, सोनू सिन्हा, भोला सिन्हा, राजू श्रीवास, रामकुमार नेताम, बद्री झारिया, उमेश झारिया एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण श्री राजेश शुक्ला, श्री प्रभाती मरकाम, श्री सनत जायसवाल, पाषर्द श्री सुनील साहू, श्री प्रमोद लुनिया, श् उत्तम गोप, कौशल कौशिक, श ईश्वर शरण वैष्णव, श लेखा राजपुत, चोवा साहू विशेष रूप उपस्थित थे।